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नामी का नाम

Jeevan nama
Jeevan nama
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समाज में बहुमत मान्यता है कि यथा नाम तथा गुणः।इसके चलते नवजात के सुंदरतम एवं मनभावन नाम रखने की होड़ रहती है ।अप्रतिम नामकरण के लिए लोग पुरोहितों से लेकर इन्टरनेट एवं साहित्यकारों तक की मदद ले रहे हैं ।ऐसे ऐसे अभिनव शब्दप्रयोग सामने आ जाते हैं कि भाषा -विज्ञानी भी वाह-वाह कर उठते हैं ।
फिर भी यह तो बिडम्बना ही है कि नाम जैसा गुण विरले ही लोगों में देखने को मिलता है ।समाज बहुत सभ्य हो गया है ।कोई भी माँ -बाप अपने बेटे या बेटी का नाम रावण,कंस ,दुर्योधन ,सुर्पनखा,पूतना या विषकन्या नहीं रखता फिर भी इनके गुणों के प्रतिनिधित्व करने वाले लोग हर काल मे कहाँ से पनप जाते हैं ।मानना होगा कि शत प्रतिशत धनात्मक नाम रख कर भी ऋणात्मक प्रवित्तियों का फलना फूलना नहीं रोका जा सकता है ।यही कारण है कि गुण विशेष से स्थापित लोगों को समाज संस्कारी नाम से इतर ‘ यथा गुण तथा नामः ‘ से पुकारने एवं पहचानने लगता है।यह गुण कर्म विभाग से अलंकृत नामकरण ही स्वाभाविक लगता है ।नामी का नाम होता है वरना नाम मे रखा ही क्या है ।इतिहास मे आम्रपाली ,चित्रलेखा , उमराव जान का नाम ले लें अथवा आज क़ी मुन्नी,शीला या जलेबीबाई का उदाहरण लें ;सबमें नामी का नाम है ।
मेरे अग्रज श्री ,नाम मे कुछ नहीं रखा है ,पर कभी एक लघु कथा सुनाए थे कि एक दम्पति ने अपने बेटे का नाम बड़े लाड़-प्यार से ठंठपाल रखा ताकि बेटा बुरी नजरों से बचा रहे ।बड़ा होने पर बेटे को यह नाम बड़ा खलने लगा– कहाँ मित्रों के नाम कुबेर ,नरेश ,धनेश कहाँ वह ठंठपाल।एक दिन वह नाम एवं गुण का ताल -मेल जानने गाँव से दूर निकल पड़ा ।रास्ते में एक घास करने वाली ने पूछने पर उसे अपना नाम धनवंती बताया ,एक खेत जोत रहे फटेहाल हलवाहे ने अपना नाम धनपाल बताया ।आगे बढ़ा तो उसे एक शवयात्रा मिली ।पूछने पर उसे बताया गया कि मृतक का नाम अमरदेव था ।वह चौंक गया कि क्या अमरदेव भी मर सकता है ।ठंठपाल भावुक हो उठा ,लौट कर माँ -बाप का चरण स्पर्श किया एवं उन्हें आप बीती सुनाया —
“घास करत धनवंती देखा ,हल जोतत धनपाल ।
टिकठी पर अमरदेव को देखा ,सबसे भला ठंठपाल।”
अंततः —
यदि सीता शोकाकुल हों ,तो अशोक जैसे वृक्ष का सानिध्य हो ताकि सीता विनती तो कर सकें कि “सुनहु विनय मम विटप अशोका ,सत्य नाम कर हरु मम शोका।”(धरती से उत्पन्न होने के कारण सीता और अशोक भाई -बहन जैसे हैं ।) सीता की अशोक से यथा नाम तथा गुणः की अभिलाषा है ।

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